क्रिसमस प्रेम, आशा और दान का कालातीत संदेश देता है: उपराष्ट्रपति

भारत के उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने आज क्रिसमस से पहले उपराष्ट्रपति निवास पर क्रिसमस लंच का आयोजन किया और सभी को मेरी क्रिसमस तथा नया साल मुबारक की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि क्रिसमस प्रेम, आशा और दान का कालातीत संदेश देता है। उन्होंने आग्रह किया कि क्रिसमस की भावना को मौसम से आगे ले जाकर दैनिक जीवन में प्रतिबिंबित किया जाए।

उपराष्ट्रपति ने राष्ट्र-निर्माण में ईसाई समुदाय के अमूल्य योगदान की सराहना और प्रशंसा की, विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा तथा आदिवासी समुदायों और वंचित वर्गों के उत्थान के क्षेत्रों में।
उपराष्ट्रपति ने ईसाई समुदाय से राष्ट्र-निर्माण में उनके मूल्यवान योगदान को जारी रखने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समाज के सभी वर्गों का सामूहिक प्रयास आवश्यक होगा। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया और जलवायु परिवर्तन से निपटने तथा सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मिशन लाइफ (लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस; राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश; केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और सुरेेश गोपी; कार्डिनल्स, आर्कबिशप्स, बिशप्स, पुजारी, पास्टर, रेवरेंड फादर्स एवं सिस्टर्स तथा भारत भर के विभिन्न चर्च प्रशासनों के वरिष्ठ प्रतिनिधि सहित अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।


