Site icon Wah! Bharat

महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति गठबंधन को भारी जीत

महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति गठबंधन ने भारी जीत हासिल की है। बीजेपी 288 नगर परिषद सीटों में से 129 जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है। महायुति के अन्य घटक दलों (शिवसेना-शिंदे गुट और एनसीपी-अजित पवार गुट) ने भी महत्वपूर्ण सीटें जीती हैं। देवेंद्र फडणवीस ने इसे ‘सकारात्मक राजनीति’ की जीत बताया। वहीं, विपक्षी कांग्रेस और शिवसेना (UBT) ने चुनाव आयोग पर पक्षपात और सत्ता पक्ष द्वारा धनबल के इस्तेमाल का आरोप लगाया है।

महाराष्ट्र की 288 नगर परिषद और नगर पंचायत सीटों के नतीजों में सत्ताधारी महायुति गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी ने सबसे अधिक सीटें जीतकर अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। विपक्ष के लिए यह नतीजे एक बड़े झटके के रूप में देखे जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के प्रति जनता के भरोसे को दिया। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहली बार बिना किसी आरोप-प्रत्यारोप के केवल अपनी योजनाओं के दम पर सकारात्मक प्रचार किया, जिसे लोगों ने स्वीकार किया।फडणवीस ने बताया कि उन्होंने पहले ही अनुमान लगाया था कि नगर परिषद अध्यक्षों में करीब 75 प्रतिशत महायुति से होंगे और जनता ने ठीक वैसा ही फैसला दिया है। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा के करीब 129 नगर परिषद अध्यक्ष चुने गए हैं। महायुति की तीनों सहयोगी पार्टियों को मिलाकर नगर परिषद अध्यक्षों में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी हुई है। इससे यह भी साफ हो गया है कि भाजपा महाराष्ट्र की नंबर वन पार्टी बनकर उभरी है।फडणवीस ने कहा कि पार्षदों के चुनाव में भाजपा ने नया रिकॉर्ड बनाया है। करीब 3300 पार्षद भाजपा से चुने गए हैं। यह आंकड़ा जनता के भारी समर्थन को दिखाता है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन विधानसभा चुनावों के बराबर ही नहीं, बल्कि उससे भी बेहतर है। यह जीत 2017 से कहीं बड़ी है और पिछले तीन दशकों में ऐसी सफलता नहीं मिली थी।हार का सामना कर रहे महा विकास अघाड़ी के नेताओं ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के हर्षवर्धन सपकाल ने तंज कसते हुए आयोग को महायुति की ‘मदद’ के लिए बधाई दी। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) के अंबादास दानवे ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दलों ने बाहुबल और धनबल का इस्तेमाल किया है।विदर्भ और पश्चिम महाराष्ट्र जैसे इलाकों में भी बीजेपी और महायुति का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है, जबकि विपक्षी गठबंधन पिछड़ गया ।

Exit mobile version