
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज भोपाल मेट्रो का उद्घाटन किया।भोपाल मेट्रो नेटवर्क संचालित होने वाला भारत का 26वां शहर बन गया । अब भारत की कुल संचालित मेट्रो लंबाई 1,090 किमी पहुंच गई।आज भोपाल मेट्रो के पहले चरण, ऑरेंज लाइन प्राथमिकता कॉरिडोर का आज उद्घाटन किया गया। इसकी लगभग 7 किमी लंबे इस प्राथमिकता खंड में आठ ऊंचे स्टेशन शामिल हैं−AIIMS, अलकापुरी,डीआरएम ऑफिस, रानी कमलापति, एमपी नगर, बोर्ड ऑफिस चौराहा, केंद्रीय विद्यालय और सुभाष नगर।यह कॉरिडोर शहर के कुछ सबसे व्यस्त मार्गों पर यातायात प्रवाह को सुगम बनाएगा, प्रदूषण स्तर को कम करने में मदद करेगा और सुरक्षित व आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान कराएगा।केंद्रीय मंत्री ने नई मेट्रो लाइन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन से एम्स मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो की सवारी की।
भोपाल मेट्रो मध्य प्रदेश की राजधानी शहर के लिए एक बड़ा कदम है, जो नागरिकों के लिए शहरी यात्रा को तेज, स्वच्छ और अधिक सुविधाजनक बनाने का लक्ष्य रखता है। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विकसित यह परियोजना स्मार्ट, हरित और टिकाऊ गतिशीलता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रतीक हैभोपाल मेट्रो की कुल लंबाई 30.8 किमी है, जिसमें दो कॉरिडोर और एक डिपो शामिल हैं।
- ऑरेंज लाइन: 16.74 किमी
- ब्लू लाइन: 14.16 किमी
शहर के प्रमुख व्यावसायिक और आवासीय क्षेत्रों को जोड़ने के लिए डिज़ाइन की गई यह मेट्रो ट्रैफिक जाम को कम करने और निवासियों के समग्र जीवन स्तर को इससे बेहतर बनाने की उम्मीद है।
भोपाल मेट्रो की प्रमुख विशेषताएं
भोपाल मेट्रो आधुनिक, उपयोगकर्ता-अनुकूल और सुरक्षा-केंद्रित सुविधाओं से लैस है, जिनमें शामिल हैं:
- आधुनिक सुविधाएं: सभी स्टेशनों पर उच्च-गति लिफ्ट और एस्केलेटर सभी के लिए सुलभ:
- दिव्यांगजनों के लिए समर्पित व्हीलचेयर स्थान और आसान पहुंच सुरक्षा सबसे पहले:
- एआई-आधारित सीसीटीवी निगरानी, आपातकालीन संचार बटन, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और ग्रेड-4 सिग्नलिंग सिस्टम स्मार्ट तकनीक:
- ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली और हाई-टेक संचालन नियंत्रण केंद्र
- यात्री आराम: पूर्णतः वातानुकूलित कोच, आरामदायक सीटें और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट
भोपाल मेट्रो शहर की टिकाऊ शहरी विकास की दिशा में प्रगति का प्रतीक है। स्मार्ट, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल गतिशीलता को बढ़ावा देकर, यह दैनिक यात्रा को काफी हद तक आसान बनाएगा और स्वच्छ शहरी वातावरण में योगदान देगा।
मेट्रो सेवाओं की शुरुआत के साथ, भोपाल एक आधुनिक, हरित और सुलभ राजधानी शहर बनने की दिशा में निर्णायक कदम साबित होने जा रहा है।