यमुना एक्सप्रेसवे माइलस्टोन 127 पर आठ बसों और तीन कारों की टक्कर हो गई, जिसमें तेरह लोगों की मौत हो गई और आग लग गई। 25 लोग घायल हो गए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री मोदी ने दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया;
उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई दुर्घटना में हुई जानमाल की हानि अत्यंत पीड़ादायक है। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद मथुरा में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री जी ने दिवंगतों के शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है तथा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि घायलों का तत्काल, समुचित एवं निःशुल्क उपचार सुनिश्चित करते हुए उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने हादसे में दिवंगतों के परिजनों को ₹दो -दो लाख तथा घायलों को ₹50-50 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं।
कम विजिबिलिटी के कारण मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे माइलस्टोन 127 पर आठ बसों और तीन कारों की टक्कर हो गई। इसमेंआग लग गई।इससे तेरह लोगों की मौत हो गई । 25 लोग घायल हो गए ।घायलों को अस्पताल ले जाया गया। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उत्तर प्रदेश में दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण हुए एक भयानक चेन एक्सीडेंट में 13 लोगों की मौत हो गई और लगभग 75 अन्य घायल हो गए, जब मंगलवार तड़के आठ बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं और उनमें आग लग गई। हादसा यमुना एक्सप्रेसवे के आगरा-नोएडा कैरिजवे पर हुआ, जहां घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी बहुत कम हो गई थी। गाड़ियां एक के बाद एक टकराती गईं, जिससे एक बड़ी आग लग गई जिसने कुछ ही मिनटों में बसों और कारों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे यात्रियों को बचने का बहुत कम समय मिला!
टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि सभी गाड़ियों में लगभग तुरंत आग लग गई, जिससे यात्री अंदर फंस गए और घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि जैसे ही आग एक गाड़ी से दूसरी गाड़ी में तेज़ी से फैली, अराजकता का माहौल था। रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों ने बचने की कोशिश की और मदद के लिए चीख-पुकार मच गई।
हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड, पुलिस टीमें और एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने आग बुझाई, जबकि बचाव टीमों ने बचे हुए लोगों को बाहर निकाला और घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया।
लगभग 25 लोगों को इलाज के लिए मथुरा और पड़ोसी जिलों के अस्पतालों में ले जाया गया। कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
एक्सप्रेसवे के प्रभावित हिस्से पर ट्रैफिक घंटों तक रुका रहा क्योंकि इमरजेंसी टीमों ने मलबा हटाया। घने कोहरे की स्थिति में दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छाया हुआ है
यह हादसा तब हुआ जब सोमवार सुबह उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा और धुंध छाई हुई थी, इससे शहरों में विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी।आगरा घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा, जिससे ताजमहल कई घंटों तक दिखाई नहीं दिया। वाराणसी, प्रयागराज, मैनपुरी और मुरादाबाद से भी ऐसी ही खबरें आईं, जहां खराब विजिबिलिटी के कारण यात्रियों को अपनी गाड़ियों की स्पीड कम करनी पड़ी।


