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बिहार में अब कांग्रेस का नारा – टिकट चोर गद्दी छोड़

जिस बिहार में कांग्रेस अब तक वोट चोर गद्दी छोड़ का नारा लगा रही थी , तस्वीर अब पलट गई है । कांग्रेसी अब नारा लगा रहे हैं – टिकट चोर गद्दी छोड़ । तो किसने चुरा लिए बिहार कांग्रेस प्रत्याशियों के टिकट ? बिहार में तो कांग्रेस का कोई नेता है नहीं । है भी तो बड़े कमजोर हैं । इतने कमजोर की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम जिस सीट से लड़ना चाह रहे थे आरजेडी ने उस सीट पर अपने प्रत्याशी सुरेश पासवान को लड़ा दिया है । तो क्या खड़गे ने या राहुल ने चुरा लिए कांग्रेसियों के टिकेट ? पर राहुल तो करीब 25 दिनों से बिहार गए नहीं । कांग्रेसी पूछ रहे हैं कि हमारे टिकटों का चोर कौन है ?

तो क्या तेजस्वी उड़ा ले गए कांग्रेस प्रत्याशियों के टिकट ? तभी तो कांग्रेसियों के सुर बदले । अब मांग कर रहे हैं कि कांग्रेसियों का टिकट चोर गद्दी छोड़ ? समझ आ रहा है कि बिहार में कोई भी इंडी गठबंधन का नाम क्यों नहीं ले रहा है ? लालू तेजस्वी ने जब लिया महागठबंधन का नाम लिया , एक बार भी इंडिया ब्लॉक नहीं कहा । तेजस्वी जानते थे कि राहुल कभी उन्हें इंडिया ब्लॉक का नेता मतलब मुख्यमंत्री फेस नहीं मानेंगे । अतः उन्होंने इंडिया के बजाय महागठबंधन कहना शुरू किया । फिर तमाम मीडिया भी महागठबंधन कहने लगा । मतलब बिहार चुनाव में इंडी की मौत हो गई ? राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारा नहीं हुआ ।

मुकेश सहनी की जेएमएम ने महागठबंधन से अलग होकर चुनाव प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं । पशुपति पारस और हेमंत सोरेन ने अपने को महागठबंधन से अलग कर लिया । ऐसा लगता है कि राहुल गांधी का वोट चोर नारा उनकी पार्टी को ले डूबा है । बिहारियों ने बता दिया है कि बिहार की धरती चोर मचाए शोर को कतई पसंद नहीं करती ।

दरअसल बिहार के चुनाव आजकल ऐसा हॉट सब्जेक्ट हैं कि देश में दिवाली फेस्टिवल के अलावा एक ही फेस्टिवल है बिहार चुनाव । एनडीए जितने संगठित तरीके से चुनाव मैदान में उतरा है , महागठबंधन उतना ही खंड खंड हो गया है । बीजेपी ने अपने तमाम मुख्यमंत्रियों को बिहार में उतार दिया । अमित शाह ने स्थाई रूप से बिहार में डेरा जमा लिया है ।

21 अक्टूबर से नीतीश के प्रदेशव्यापी दौरे होंगे । तमाम केंद्रीय मंत्री एक एक कर बिहार पहुंच रहे हैं । मोदी स्वयं चार दिन बिहार में रहेंगे , 12 रेलियां करेंगे । अब खुद ही अनुमान लगाइए गठबंधन चूर −चूर हुआ या नहीं । एनडीए पहले ही फास्ट मोड़ में था , तेजस्वी और राहुल की मूर्खताओं से और फास्ट हो गया है । दीपावली और छठ पूजा की तैयारियां कर रही जनता के सामने भविष्य का नक्शा अब पूरी तरह साफ है ।
….. कौशल सिखौला

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