शक्तिदायक औषधियों का बाप है पुनर्नवा

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नर्नवा :- ऑटो इम्यून डिज़ीज़ क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ लीवर फेलियर , कैंसर , त्वचा रोग, जोड़ों के दर्द और हृदय रोगों की शक्तिशाली उम्मीद

जो आपके शरीर को नवयौवन दे सकता है जो नया कर देता है जीवन अंगों को जो स्त्रोत है अनेकों मेडिसिनल प्रोपर्टीज माइक्रो मिनरल्स फाइटोकेमिकल्स एंटीऑक्सिडेंट और प्रोटेक्टिव गुणों का

किसी भी धातु भस्म कीड़ा जड़ी और अन्य तथाकथित शक्तिदायक औषधियों का बाप है पुनर्नवा

एक अति लाभकारी औषधीय पौधा है , जिसका वैज्ञानिक नाम बोएरहविया डिफ्यूसा है । यह आपके औषधीय गुणों के कारण , कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में उपयोग होता है ।

पुनर्नवा एक प्राकृतिक औषधीय पौधा है जो भारत , श्रीलंका और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है । इसका नाम संस्कृत के दो शब्दों से बना है – ” पुनः और ” नवा ” । इस शब्द का अर्थ होता है ” फिर से नया या युवा होने वाला ” । इसकी पत्तियां आगे से थोड़ी नोकदार गोल होती हैं तना लाल रंग का फूल लालिमा युक्त गुलाबी होता है तथा पुष्टि जड़े होती हैं

पुनर्नवा के अन्य नाम शोथघ्नी, विशाख, श्वेतमूला, दीर्घपत्रिका, कठिल्लक, शशिवाटिका, क्षुद्रवर्षाभू, दीर्घपत्र, चिराटिका, वर्षाङ्गी, वर्षाही, धनपत्र; हिन्दी-लाल पुनर्नवा, सांठ, गदहपुर्ना; उर्दू-बाषखीरा कन्नड़-सनाडिका गुजराती-राती साटोडी वसेडो तमिल-मुकत्तै

पुनर्नवा में इम्यूनो मॉड्यूलेशन एंटी – इन्फ्लेमेट्री , डिटॉक्सिफाइंग , डाययूरेटिक और एंटी – डायबिटिक हेपेटो प्रोटेक्टिव एंटी कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं

इसमें मैग्नीशियम, सोडियम, कैल्शियम, पोटैशियम सहित मैक्रो खनिजों का एक मूल्यवान स्रोत होता है.

सम्पूर्ण पौधे में ही कमाल के फाइटोकेमिकल घटक होते हैं; ये हैं पुनर्नवाइन (एल्कलॉइड), बीटा सिटोस्टेरोल (फाइटोस्टेरोल), लिरियोडेंड्रिन (लिग्नांस), पुनर्नवासाइड (रोटेनोइड्स), बोअरहाविन (ज़ैंथोन्स) और पोटेशियम नाइट्रेट (लवण)। जड़ों में रोटेनोइड्सबोएरविनोन एआई, बीआई, सी2, डी, ई और एफ के अलावा नए डायहाइड्रोइसोफ्यूरेनोक्सैंथिन, एलानिन, एराकिडिक एसिड, एस्पार्टिक एसिड, बेहेनिक एसिड, बोअरहाविक एसिड, बोअरहावोन, कैम्पेस्टरोल, डौकोस्टेरोल, बीटा-एक्डीसोन, फ्लेवोन, 5-7-डायहाइड्रोक्सी-3′-4′-डाइमेथो, एक्सवाई-6-8-डाइमिथाइल, गैलेक्टोज, ग्लूटामिक एसिड, ग्लूटामाइन, ग्लिसरॉल, ग्लाइसिन, हेंट्रियाकॉन्टेन एन, हेप्टाडेसाइक्लिक एसिड, हिस्टिडीन, हाइपोक्सैंथिन-9-एल-अरबिनोफ्यूरानोसाइड, ल्यूसीन, लिरियोडेंड्रिन, मेथियोनीन, ओलिक एसिड, ऑक्सालिक एसिड, पामिटिक एसिड, प्रोलाइन, हाइड्रॉक्सिल सेरीन, सिटोस्टेरोल ओलिएट, सिटोस्टेरोल पामिटेट होते हैं।

गुर्दे हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करते हैं। लेकिन जब उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है, तब कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। पुनर्नवा में मूत्रवर्धक (डाययूरेटिक) और नेफ्रो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जिससे यह मूत्र विसर्जन को बढ़ावा देता है और गुर्दे की सफाई में सहायता करता है तथा नेफ्रोन्स का बचाव कर उन्हें रिपेयर करता है । इसके नियमित सेवन से किडनी फेल्योर और क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) जैसी समस्याओं का समाधान हो जाता है

कम हो जाती है।

पुनर्नवा मूत्र संक्रमण के इलाज में उपयोगी है। इसमें प्राकृतिक जीवाणुरोधी और सूजनरोधी गुण होते हैं जो मूत्र में हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं। यह पेशाब करते समय जलन को कम करता है और संक्रमण को तेजी से दूर करने में मदद करता है। नियमित रूप से देखरेख में इसका सेवन करने से बार-बार होने वाले मूत्र संक्रमण को रोकने में भी मदद मिलती है, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में।

पुनर्नवा का प्रयोग तनाव को दूर करने के लिए लाभप्रद माना जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा पुनर्नवा में एंटी स्ट्रेस एवं एंटी डिप्रेसेंट गुण पाए जाती हैं, जो तनाव, अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं से निपटने में सहायता करती है। इसके लिए इस पौधे की पत्तियों का काढ़ा या इसके जड़ की चूर्ण का सेवन करें। ऐसा करने से यह तनाव से छुटकारा दिलाने और अच्‍छी नीद लेने में मदद करती है।

पुनर्नवा हृदय को मजबूत बनाता है और इसकी पंपिंग क्षमता में सुधार करता है। यह द्रव अधिभार को कम करने में मदद करता है, जिससे हृदय पर दबाव कम हो सकता है। परिसंचरण में सुधार और रक्तचाप को कम करके, यह हृदय को सुचारू रूप से काम करने में सहायता करता है। शुरुआती हृदय की कमजोरी या हल्के हृदय संबंधी समस्याओं वाले लोगों को इसके उपयोग से लाभ हो सकता है।

पुनर्नवा के औषधीय पाचक गुण पाचन अग्नि को प्रज्वलित करते हैं और सुस्त पाचन तंत्र को उत्तेजित करने में मदद करते हैं यह पाचन तंत्र को खोलता और साफ करता है, अतिरिक्त पित्त और कफ को हटाने में सहायता करता है आंतों के सूक्ष्म छिद्रों को खोलता है और पोषण को ऊतकों तक पहुँचाने में बेहतरीन भूमिका निभाता है।

पुनर्नवा शरीर की वसा को तोड़ने और पचाने में मदद करता है, साथ ही पाचन तंत्र में उपस्थित अतिरिक्त तरल पदार्थों को अवशोषित करता है। यह इसे वजन घटाने में एक प्रभावी सहयोगी बनाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो स्वाभाविक रूप से वजन बढ़ने से दुखी हैं

पुनर्नवा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। यह मुंहासे, एक्जिमा और सूजन जैसी कई त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज में मदद करता है। पुनर्नवा के पेस्ट का नियमित इस्तेमाल या इसके जूस का सेवन करने से त्वचा साफ और स्वस्थ रहती है।

पुनर्नवा की जड़ों से प्राप्त एथिल एसीटेट अर्क में मजबूत एंटीफंगल गुण होते हैं। इसने माइक्रोस्पोरम जिप्सम, एम. फुलवम और एम. कैनिस जैसी फंगल प्रजातियों के विकास को रोकने की क्षमता दिखाई है । अर्क इन फंगस के विकास और प्रजनन में बाधा डालता है, जिससे यह एक प्रभावी एंटीफंगल के रूप में हो सकता है

पुनर्नवा की पत्तियों से प्राप्त अर्क में एंटीप्रोलिफेरेटिव और एंटीएस्ट्रोजेनिक गुण होते है जो स्तन कैंसर कोशिकाओं पर कार्य करके उन्हें नियंत्रित करते हैं तथा स्तन कैंसर को फैलने से रोकने तथा नष्ट करने में भूमिका निभाते हैं

पुनर्नवा की पत्ती और तने का अर्क एडिमा में मदद कर सकता है क्योंकि वे सूजन और जलन को शांत करने में मदद करते हैं

पुनर्नवा में प्राकृतिक आयरन होता है और यह शरीर को पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है। यह लाल रक्त कोशिका निर्माण में सहायता करता है और हल्के आयरन की कमी वाले एनीमिया वाले लोगों के लिए मददगार हो सकता है। यह थकान को कम करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। जब आयरन युक्त भोजन या सप्लीमेंट के साथ इसका उपयोग किया जाता है, तो यह शरीर को स्वस्थ रक्त बनाने में मदद करता है।

यह शरीर की सूजन को कम करने में सहायक होता है, जिससे जोड़ों के दर्द और गठिया जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।

अपने एंटीऑक्सिडेंट एंटी इंफलामेटरी गुणों के कारण यह दर्द और सूजन को कम करता है। इसलिए, यह गठिया और रुमेटीइड गठिया जैसी जोड़ों की स्थितियों के लिए सबसे उपयुक्त औषधि है। यह जोड़ों से अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालता है और उनकी गतिशीलता को बढ़ाता है। घुटनों जोड़ों में अकड़न सूजन या जोड़ों के दर्द से पीड़ित रोगियों दैनिक गतिविधियों में बेहतर लचीलेपन और आराम लाने के लिए इसका उपयोग निरंतर करना चाहिए

यह अतिरिक्त तरल पदार्थ को खत्म करके यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है। यह मुख्य रूप से गठिया, जोड़ों के दर्द या यूरिक एसिड से संबंधित गुर्दे की पथरी से पीड़ित लोगों के लिए मददगार है। यह प्राकृतिक राहत प्रदान करता है और यूरिक एसिड के निर्माण को रोकता है।

पुनर्नवा अग्न्याशय को सहारा देकर और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करके स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। यह भोजन के बाद शर्करा के स्तर को कम करता है और मधुमेह वाले लोगों के लिए एक उपयोगी सहायता होती है। नियमित उपयोग से थकान और बार-बार पेशाब आने से भी बचा जा सकता है, जो मधुमेह के रोगियों में आम है।

पुनर्नवा अनियमित मासिक धर्म को नियंत्रित करने और मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद करता है। गर्भाशय और रक्त प्रवाह पर इसकी प्राकृतिक क्रिया हार्मोन को संतुलित करने और स्वस्थ चक्र का समर्थन करने में मदद करती है। यह उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से सहायक है जिन्हें मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव या सूजन का सामना करना पड़ता है। हार्मोनल समस्याओं के लिए हमेशा विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार इसका उपयोग करें।

डॉ० जयवीर सिंह

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