मोरपंखी

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मोरपंखी एक ऐसा पौधा है जो न सिर्फ सुंदर दिखता है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत अच्छा है। यह हवा साफ करता है, मन को शांत रखता है, पाचन सुधारता है, और कई बीमारियों से बचाव में मदद करता है।

आयुर्वेद में बीमारियों से बचाव और इलाज के लिए विभिन्न जड़ी बूटियों और पेड़-पौधों का इस्तेमाल किया जाता है। आपके आसपास तमाम ऐसी जड़ी बूटी मौजूद हैं जिनके बारे में आप शायद ही जानते हों। इनमें ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो शरीर के छोटे से लेकर बड़े रोग को ठीक कर सकते हैं।

इसमें मुख्य तत्व टरपीन थ्यूजा पाया जाता है, इसलिए इसे THUJA( थ्यूजा) /मोरपंखी कहा जाता है। आपने भी घर में कई प्रकार के पेड़ पौधे लगाए होंगे जैसे कुछ सजावट के लिहाज से कुछ धार्मिक और वास्तु महत्व होने के लिहाज से। लेकिन आज जिस पौधे के बारे में मैं बताने जा रहा हूं वह औषधीय दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है।उसका नाम है मोरपंखी/थ्यूजा।

इसे घर में लगाने से घर में खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा(positive energy) का प्रवाह बढ़ता है। मोरपंखी का पौधा घर में लगाना शुभ माना जाता है। हम इस बात में रूचि रखें कि मोरपंखी (Thuja occidentalis) मनुष्य के कई रोगों के उपचार में भी रामबाण औषधि है।

​मोरपंखी एक ऐसा पौधा है, जो आपको कहीं भी आसानी से मिल सकता है। मगर क्या आप जानते हैं कि यह सुंदर और हरा-भरा पौधा सिर्फ बगीचे की शान नहीं बढ़ाता बल्कि इसमें कई बीमारियों को खत्म करने की क्षमता है,,,?

1970 के दशक में बिजनौर के विद्वान पंडित रामकुमार वैद्य के अनुसार, मोरपंखी पौधे की पत्तियां पतली, नर्म और मोर के पंख जैसी होती हैं, इसलिए इसे मोरपंखी कहा जाता है। यह पौधा घर की सुंदरता बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। चलिए जानते हैं यह सेहत को किस तरह फायदे पहुंचा सकते हैं और आप इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।

*अल्सर को 15 दिन में कर देगा ठीक
वैद्य ने बताया कि जो लोग अल्सर की समस्या से परेशान हैं, उन्हें मोरपंखी के पांच ग्राम पत्तों की चटनी बनाकर सुबह अगर खाली पेट खाएंगे, तो अल्सर की समस्या 15 से 20 दिन में ठीक हो सकती है।

*मोरपंखी के फाफायद
आयुर्वेद में दवा की तरह उपयोग
आयुर्वेद में मोरपंखी के पौधे का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। यह इसकी पत्तियों का लेप लगाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। इसका काढ़ा बुखार में फायदेमंद होता है। इसकी जड़ पीसकर लगाने सूजन से राहत मिलती है। फोड़े-फुंसी में इसके पत्ते उपयोगी होते हैं।

*पाचन में मददगार
इसकी पत्तियों या जड़ से बना काढ़ा पेट की गैस, जलन और कब्ज से राहत देता है। इससे खाना अच्छे से पचता है। इसके अलावा मोरपंखी में ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा को साफ करते हैं और बालों को मजबूत बनाते हैं। इसका रस बाल झड़ने से भी रोक सकता है।

*शरीर की ताकत बढ़ाता है
मोरपंखी शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत यानी इम्यूनिटी बढ़ाता है। इसे नियमित तौर पर लेने से छोटी-मोटी बीमारियां दूर रहती हैं। इसका इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

*और भी हैं कई फायदे
मोरपंखी एक जड़ी-बूटी है जो बालों की बढ़त को बढ़ाने, सूजन को कम करने और हानिकारक केमिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकती है। यह कुछ कैंसर सेल्स को खत्म करने और कुछ तरह के बैक्टीरिया की बढ़त को धीमा करने में भी असरदार हो सकती है।
−यशपाल सिंह आयुर्वेद रतन

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