पिछले 11 वर्षों के दौरान भारतीय रेलवे में गति क्षमता बढ़ाने के लिए रेल पटरियों का उन्नयन और सुधार बड़े पैमाने पर किया गया है। पटरियों के उन्नयन के इन उपायों में 60 किलोग्राम भार वाली रेल, चौड़े आधार वाले कंक्रीट स्लीपर, मोटे वेब स्विच, लंबे रेल पैनल, एच बीम स्लीपर, आधुनिक ट्रैक नवीनीकरण और रखरखाव मशीनें, लेवल क्रॉसिंग गेटों का इंटरलॉकिंग, ट्रैक ज्यामिति की गहन निगरानी आदि शामिल हैं।
उपरोक्त उपायों के परिणामस्वरूप पटरियों की गति क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 110 किमी प्रति घंटे और उससे अधिक की गति क्षमता वाली रेल पटरियों का कुल प्रतिशत मार्च 2014 में 40 प्रतिशत से बढ़कर नवंबर 2025 में 79 प्रतिशत हो गया है।


