
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अंतर्गत रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के जूपिटर हॉल में युवा सहकार सम्मेलन एवं यूपी को-ऑपरेटिव एक्सपो-2025 का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लघु व सीमांत किसानों को बड़ी सौगात दी। अब सिर्फ छह फीसदी ब्याज पर मिलेगा लोन!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को युवा सहकार सम्मेलन और यूपी को-ऑपरेटिव एक्सपो-2025 का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने युवाओं को चेक व प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता आंदोलन को युवाओं के साथ जोड़कर प्रदेश में आर्थिक क्रांति लाई जा सकती है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे सहकारी समितियों के माध्यम से स्वरोजगार और ग्रामीण विकास में अपना योगदान दें।
सहकारिता से बदलेगी प्रदेश की तस्वीर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि सहकारिता केवल एक आर्थिक व्यवस्था नहीं है, बल्कि यह समाज को सशक्त बनाने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सहकारिता को नई दिशा मिली है और उत्तर प्रदेश इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में सहकारी समितियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इससे लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों, दुग्ध उत्पादकों, बुनकरों और कारीगरों को उचित मूल्य मिल सकता है।
युवाओं की भागीदारी जरूरी
युवा सहकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता आंदोलन में युवाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज का युवा शिक्षित और तकनीक से जुड़ा है, यदि वह सहकारी समितियों में शामिल होगा तो इस क्षेत्र में नया बदलाव आएगा। मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे नौकरी की तलाश में भटकने के बजाय सहकारी समितियों के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर तलाशें। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को सहकारी समितियां बनाने के लिए हर संभव मदद करेगी।
प्रदर्शनी में दिखी सहकारिता की ताकत
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश सहकारी प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ किया। इस प्रदर्शनी में प्रदेश की विभिन्न सहकारी समितियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। दुग्ध उत्पाद, हस्तशिल्प, कृषि उत्पाद, बुनाई के सामान और अन्य वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विभिन्न स्टालों पर रुककर उत्पादों की गुणवत्ता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी सहकारी समितियों की उपलब्धियों को दर्शाती है।
सरकार की योजनाएं और पहल
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। सहकारी समितियों को ऋण देने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को सहकारिता के बारे में जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारी चीनी मिलें, दुग्ध संघ और कृषि सहकारी समितियां प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
गरीबों का सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सहकारिता का मूल उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से गरीब किसान, मजदूर और छोटे व्यापारी मिलकर काम कर सकते हैं और बड़े व्यवसायियों की तरह लाभ कमा सकते हैं। इससे समाज में समानता आएगी।
महिलाओं की भूमिका
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सहकारिता में बढ़ती भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिला सहकारी समितियां बहुत अच्छा काम कर रही हैं। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। सरकार महिला सहकारी समितियों को विशेष प्राथमिकता दे रही है।
कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य
इस कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री, विधायक, सहकारी समितियों के अध्यक्ष, युवा प्रतिनिधि और विभिन्न क्षेत्रों के लोग उपस्थित थे। सभी ने मुख्यमंत्री के विचारों की सराहना की और सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर सहकारिता विभाग की उपलब्धियों एवं नवाचार पर आधारित पुस्तक का विमोचन करने के साथ ही सहकारिता के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य करने वाले जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित भी किया।


