Ashok Madhup

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Exclusive articles:

केदारनाथ को धाम ही रहने दो मोदी जी! रोपवे से प्रकृति का विनाश निश्चित

भूपेन्द्र शर्मा सोनू देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक रोपवे है। इसका टेंडर अदाणी एंटरप्राइजेज को मिल चुका...

शक्ति भक्ति, मेलों ठेलों और खुशियों के त्योहार

बाल मुकुन्द ओझाभारत त्योहारों का देश है। त्योहार देश की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक बुनियाद को मजबूत बनाने और समाज को जोड़ने का काम...

“भाषणों से नहीं, हकीकत से बचेगा स्वदेशी”

−भूपेन्द्र शर्मा सोनू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 75वें जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के बदनावर तहसील के भैंसोला गांव में पीएम मित्र पार्क की...

माओवादी का शांति प्रस्ताव,रणनीति या हताशा

अशोक मध़ुप हाल ही में, झारखंड में माओवादी संगठन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने एक शांति प्रस्ताव जारी कर केंद्र और राज्य सरकारों को चौंका...

टिटहरी: प्रकृति की मौन चेतावनी

“जहाँ विज्ञान चूक जाता है, वहाँ टिटहरी पहले चेताती है” टिटहरी कोई साधारण पक्षी नहीं, बल्कि प्रकृति का मौन प्रहरी है। किसान उसके अंडों की...

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साफ़ छुपते भी नहीं, सामने आते भी नहीं

व्यंग्य आलोक पुराणिकचांदनी चौक जाना जैसे कई पीढ़ियों के इतिहास...

शेख हसीना को मृत्युदंड: दक्षिण एशियाई कूटनीति में भारत की नई चुनौती

बांग्लादेश के न्यायिक संकट और भारत का कूटनीतिक संतुलन  शेख...

भारत सरकार के श्रम सुधारों के नए युग में पत्रकार क्यों छूट गए पीछे ?

भारत सरकार द्वारा श्रम कानूनों में किए गए व्यापक...

बिहार के बाद बंगाल में भी भाजपा ने फूंका चुनावी बिगुल

बाल मुकुन्द ओझा बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की बंफर...
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