नगर निकायों में बन रहे हैं पुस्तकालय

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बिजनौर , अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह ने बताया कि जिला की समस्त नगर निकायों में छात्र/छात्राओं एवं आम जनमानस में पठन-पाठन की रूचि विकसित किये जाने के उद्देश्य से स्थापित डिजिटल पुस्तकालयों का संचालन किया जा रहा है। जनपद की नगरीय निकाय क्षेत्रांतर्गत नौ स्थायी तथा सात अस्थायी पुस्तकालय संचालित हैं। उक्त के अनुक्रम में नगर पालिका परिषद बिजनौर, धामपुर, स्योहारा, शेरकोट, अफजलगढ, नजीबाबाद, नूरपुर, चान्दपुर व नगर पंचायत सहसपुर, झालू, साहनपुर एवं जलालाबाद द्वारा निकाय क्षेत्रान्तर्गत पुस्तकालय संचालित किये जा रहे है। निकायों द्वारा संचालित इन पुस्तकालयों में जनसामान्य एवं छात्र छात्राओं की मूलभूत सुविधाओं के दृष्टिगत पुस्तकालयों में समुचित फर्नीचर, पेयजल, सीसीटीवी० कैमरा, वाईफाई व दैनिक समाचार पत्र, प्रतियोगात्मक, साहित्यिक, काव्य, धार्मिक ग्रन्थ, स्वतत्रंता संग्राम सेनानियों के बलिदान व देश के ऐतिहासिक क्षणों एवं विभिन्न रोचक व ज्ञानवर्द्धक पुस्तकें पठन के लिए उपलब्ध करायी जा रही हैं। नगर पालिका परिषद बिजनौर में वर्ष 1925 से दुष्यंत कुमार पुस्तकालय व नगर पालिका परिषद नजीबाबाद में वर्ष 1916 से सरस्वती पुस्तकालय निकाय क्षेत्रान्तर्गत संचालित हैं। इनमें निकायों द्वारा समय-समय पर आवश्यक कार्य / सुविधाऐं उपलब्ध करायी जाती हैं। नगर पालिका परिषद स्योहारा व नगर पालिका परिषद हल्दौर में राज्य वित्त आयोग की धनराशि से, नगर पंचायत सहसपुर में 15वें वित्त आयोग की धनराशि एवं नगर पंचायत जलालाबाद में बोर्ड फण्ड की धनराशि से डिजिटल पुस्तकालयों का निर्माण कराया गया है। नगर पालिका परिषद स्योहारा एवं नगर पंचायत सहसपुर द्वारा पुस्तकालय का संचालन विगत 31 मई,2025 से प्रारम्भ कर दिया गया हैं। नगर पालिका परिषद हल्दौर एवं नगर पंचायत जलालाबाद में पुस्तकालय का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका हैं, इन पुस्तकालयों में संचालन भी शीघ्र ही प्रारम्भ कर दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजनान्तर्गत नगर पालिका परिषद शेरकोट, अफजलगढ, नूरपुर व नगर पंचायत झालू, साहनपुर को डिजिटल पुस्तकालयों के निर्माण कराये जाने के लिए स्वीकृति उपरान्त शासन स्तर से धनराशि अवमुक्त की गयी है। उक्त निकायों द्वारा शासन से प्राप्त धनराशि से डिजिटल पुस्तकालयों का निर्माण माह सितंबर तक पूर्ण करा लिया जाएगा तथा निकायों में निवास करने वाले आम जनमानस एवं छात्र छात्राओं को डिजिटल पुस्तकालय की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 की वार्षिक कार्य योजना में डिजिटल पुस्तकालयों के निर्माण के लिए नगर पालिका परिषद बिजनौर, नहटौर, किरतपुर, चान्दपुर व नगर पंचायत बढ़ापुर द्वारा स्वीकृति के लिए शासन को प्रस्ताव प्रेषित किये गये हैं। शासन से धनराशि प्राप्त होने के उपरान्त इन निकायों में भी डिजिटल पुस्तकालयों का निर्माण कार्य प्रारम्भ करा दिया जाएगा। इससे जनपद के सभी नगरीय क्षेत्र संतृप्त हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि नगर पालिका परिषद बिजनौर व नजीबाबाद में 100 वर्ष से अधिक पुराने पुस्तकालय संचालित हो रहे हैं तथा नजीबाबाद स्थित सरस्वती पुस्तकालय में पाण्डु लिपि भी संरक्षित है, जिनको संरक्षित किया जाना नितान्त आवश्यक है। इस सम्बन्ध में पूर्व में भी रजा लाइब्रेरी रामपुर से सम्पर्क कर उक्त पुस्तकालयों में उपलब्ध पुराने धार्मिक ग्रन्थों / पुस्तकों व पाण्डु लिपियों को संरक्षित कराये जाने के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये हैं। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि जनपद की बड़ी निकायों विशेष तौर पर तहसील मुख्यालय की निकायों में वार्डवार कलस्टर बनाकर लाइब्रेरी की स्थापना करायी जाए, ताकि जनसामान्य एवं छात्र छात्राओं को नजदीक में ही लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध हो सके।

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